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Jhansi News: जिला अस्पताल में आधुनिक एक्स-रे मशीनों की कमी, मरीजों को हो रही है परेशानी

Jhansi News: अब 15 लाख रुपए की लागत से एक आधुनिक एक्स-रे मशीन शासन द्वारा स्वीकृत हो चुकी है और वह कभी भी यहां आ सकती है। लेकिन ऑपरेटर की कमी के चलते यहां अभी मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

B.K Kushwaha
Published on: 29 March 2024 8:02 AM GMT
Jhansi News
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जिला अस्पताल झाँसी source: Newstrack 

Jhansi News: उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जिला अस्पताल में दिन ब दिन आधुनिक एक्स रे मशीनों की कमियां दूर की जा रही है, लेकिन जिला अस्पताल में इन मशीनों को चलाने के लिए तकनीशियनों की काफी कमी है। इसके कारण कई बार अधिक मरीज होने की दशा में गंभीर मरीजों को लाईन में लगना पड़ता है और परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अभी जिला अस्पताल में तीन मशीनें उपलब्ध हैं और एक आधुनिक एक्स-रे मशीन जिला अस्पताल में आने वाली है।

मशीनों की कमी से मरीजों को हो रही है परेशानी

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने का निर्णय लेने के बाद से जिला अस्पतालों व मेडिकल कालेज में सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही आधुनिक मशीनों की कमियों को दूर किया जा रहा है। झांसी के जिला अस्पताल में पहले साधारण एक्स-रे मशीन से एक्स-रे किया जाता था। प्रदेश शासन द्वारा अस्पताल प्रबंधन की मांग पर दो आधुनिक मशीन उपलब्ध करा दी गई थीं। इसके बाद अस्पताल में तीन मशीन हो गईं, लेकिन मशीन ऑपरेटर दो ही रहे।

अब 15 लाख रुपए की लागत से एक आधुनिक एक्स-रे मशीन शासन द्वारा स्वीकृत हो चुकी है और वह कभी भी यहां आ सकती है। लेकिन ऑपरेटर की कमी के चलते यहां अभी मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है आगे और भी दिक्कते आएंगी। हालांकि इस मशीन को ओपीडी के पास ही लगाया जाएगा इससे गंभीर मरीजों को आसानी रहेगी।

इस सम्बंध में सीएमएस डॉ पीके कटियार ने बताया कि एक्स रे मशीन आने वाली है। अभी अस्पताल में दो ऑपरेटर और तीन मशीन हैं। वहीं उनकी सहायता के लिए अन्य स्टाफ भी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रतिदिन 150 एक्स-रे का औसत है। मशीन आने के बाद यह और बढ़ जाएगा। इसके लिए स्टाफ की व्यवस्था की जाएगी और शासन को भी लिखा जाएगा।

Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

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