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Hardoi News: यात्रियों का फूटा गुस्सा, बोले- नई बिल्डिंग में नहीं है कोई व्यवस्था

Hardoi News: हरदोई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को लगातार जिम्मेदार नजर अंदाज कर रहे हैं। हरदोई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के नाम पर केवल खाना पूर्ति हो रही है।

Pulkit Sharma
Published on: 3 May 2024 10:40 AM GMT
Hardoi News
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Hardoi News (Pic: Newstrack)

Hardoi News: हरदोई में रेल यात्रियों की समस्याओं को लगातार न्यूज़ ट्रैक प्रकाशित कर रहा है लेकिन जिम्मेदार हैं कि उनके कान पर रेल यात्रियों की समस्याओं को लेकर जू तक नहीं रेंगता। हरदोई में रेल के प्रति यात्रियों का गुस्सा गुरुवार की रात फूट पड़ा। गुरुवार की रात रेल यात्रियों ने बताया कि हरदोई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को लगातार जिम्मेदार नजर अंदाज कर रहे हैं। हरदोई रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं के नाम पर केवल खाना पूर्ति हो रही है। यात्रियों का गुस्सा रेल अधिकारियों पर भी देखने को मिला।

अनारक्षित यात्रियों के लिए नहीं है समुचित व्यवस्था

रेल यात्रियों ने कहा कि अधिकारी आते हैं और खाना पूर्ति करके चले जाते हैं। अधिकारीयों के आने से पहले व्यवस्थाएं चाक चौबंद कर दी जाती हैं। अधिकारियों को सब चाक चौबंद मिलता है लेकिन वास्तविकता अलग है। फोटो में साफ़ देखा जा सकता है कि किस कदर प्लेटफार्म से लेकर नई बिल्डिंग के परिसर में रेल यात्री बैठकर और लेटकर अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। फोटो देखकर साफ समझ जा सकता है कि हरदोई रेलवे स्टेशन पर अनारक्षित टिकट यात्रियों के लिए कोई भी समुचित व्यवस्था नहीं है। फोटो में दिख रहे रेल यात्री किसी रैली या जनसभा का हिस्सा नहीं है। यह वह रेल यात्री हैं जो अपने घर को चलाने के लिए अपने घर से दूर जा रहे हैं। जिससे कि दो वक्त की रोटी उनके परिजनों को मिल पाए। यात्रियों ने कहा कि रेल प्रशासन लगातार अनारक्षित ट्रेनों को बंद कर रहा है साथ ही मेल एक्सप्रेस ट्रेन में लगे अनारक्षित कोच को भी घटा दे रहा है। ऐसे में रेल यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

डीआरएम को नज़र नहीं आई यात्रियों की समस्या

1 मई को मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद राजकुमार सिंह हरदोई निरीक्षण पर आए थे। राजकुमार सिंह हरदोई रेलवे स्टेशन पर करीब 1 घंटा 30 मिनट तक रुके। इस दौरान उन्होंने कई बातों को लेकर निरीक्षण किया और जिम्मेदारों को निर्देश दिए। मंडल रेल प्रबंधक को हरदोई रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाएं सब चाक चौबंद नजर आई हालांकि हरदोई रेलवे स्टेशन की हकीकत से अलग है। हरदोई रेलवे स्टेशन पर शाम को नजारा देखते ही बनता है। यहां अनारक्षित टिकट के यात्रियों का जमावड़ा स्टेशन परिसर प्लेटफार्म पर लगा रहता है। यात्रियों ने बताया की नई बिल्डिंग की तरफ़ टिकट काउंटर है ऐसे में यात्री टिकट लेकर यहीं अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा करता है। ट्रेनों में अनारक्षित कोच ट्रेन के आगे या पीछे लगे होते हैं, ऐसे में नई बिल्डिंग के इधर यात्रियों के बैठे होने से यात्रियों को लंबी दौड़ नहीं लगानी पड़ती है। रेल यात्रियों ने बताया की नई बिल्डिंग तो बनी है लेकिन इस बिल्डिंग में अनारक्षित टिकट के यात्रियों के लिए कोई भी वेटिंग हॉल नहीं है।

वेटिंग हॉल में बैठने के लग रहे पैसे

यात्रियों ने कहा कि पहले एक वेटिंग हॉल था जिसे अब एसी वेटिंग हाल में तब्दील कर दिया गया है। इस वेटिंग हॉल में बैठने का ₹30 प्रति घंटा चार्ज लगता है। रेल यात्रियों का गुस्सा उस समय फूट गया जब रेल यात्रियों ने बताया कि यदि वह एसी वेटिंग हाल में बैठकर ट्रेन की प्रतीक्षा करते हैं तो उनका आधा किराया तो वेटिंग हॉल का ही हो जा रहा है जबकि हरदोई से दिल्ली का किराया लगभग डेढ़ सौ रुपए के आसपास है। ऐसे में यात्रियों ने कहा की नई बिल्डिंग के इधर यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिम्मेदारों को अनारक्षित टिकट के यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल की व्यवस्था करनी चाहिए जो की निशुल्क हो। रेल यात्रियों ने कहा कि हरदोई स्टेशन पर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले यात्रियों की संख्या अधिक होती है। ग्रामीण क्षेत्र का यात्री शाम को स्टेशन पर पहुँच जाता है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को शहर आने के लिए कोई वाहन नहीं मिलता है तो ऐसे में स्टेशन पर यात्रियों को घंटों गुज़ारने पड़ते हैं। निरीक्षण पर आए मंडल एवं प्रबंधन को यात्रियों की यह समस्या नजर नहीं आई। मंडल रेल प्रबंधक को नई बिल्डिंग के अंदर यात्रियों के लिए वेटिंग हॉल की कमी भी नजर नहीं आई। रेल यात्रियों में रेल प्रशासन को लेकर गुस्सा साफ देखा जा रहा है। रेल यात्री रेल प्रशासन के साथ भारत सरकार को भी जमकर खड़ी खोटी सुना रहे हैं।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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